चीनी सेना के साथ लद्दाख में हुए हिंसक झड़प के बाद चीन में तैनात भारतीय राजदूत ने चीन के उप विदेश मंत्री से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि दोनों पक्षों ने इस दौरान सीमा पर पैदा हुई वर्तमान हालात पर चर्चा की।
नई दिल्ली: लद्दाख में भारतीय और चीनी सेना के बीच सोमवार को हुए हिंसक संघर्ष के बाद पैदा हुए तनाव के बीच चीन में तैनात भारतीय राजदूत ने चीन के उप विदेश मंत्री से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान सीमा पर पैदा हुए ताजा हालात को लेकर चर्चा की गई। भारतीय राजदूत विक्रम मिस्री और चीनी उप विदेश मंत्री लाउ झाओहुई के बीच हुई बैठक को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है।
- हाइलाइट्स
- भारत-चीन तनाव के बीच चीन के उप विदेशमंत्री से मिले भारतीय राजदूत, ताजा हालात पर चर्चा
- चीन ने भारत के ऊपर फोड़ा एलएसी पर झड़प का ठीकरा, कहा- भारतीय सैनिकों ने पार किया बॉर्डर
- सोमवार को एलएसी पर संघर्ष में भारतीय सेना के कर्नल समेत तीन जवान हुए थे शहीद, चीनी पक्ष को भी व्यापक नुकसान
चीन ने लगाया भारत पर उकसाने का आरोप
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने सोमवार को गलवान घाटी में हुए संघर्ष का ठीकड़ा भारत के ऊपर फोड़ते हुए कहा है कि भारतीय सेना किसी भी प्रकार के उकसावे की कार्रवाई से बचे। इतना ही नहीं, चीनी सेना ने आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने 15 जून को दो बार अवैध गतिविधियों के लिए सीमा रेखा लांघी और चीन के सैनिकों को उकसाया। बता दें कि इस झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित तीन जवान शहीद हो गए, जबकि चीनी पक्ष को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा।
चीन ने गलवान घाटी को अपना बताया
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) पश्चिमी थिएटर कमांड के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली ने कहा कि चीनी सेना ने गलवान घाटी पर अपना दावा करते हुए कहा कि वह उस क्षेत्र की संप्रभुता का रक्षक है। उसने भारतीय सेना पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने दोनों देशों के समझौते का उल्लंघन किया। चीन ने कहा कि भारतीय सेना ने कमांडर स्तर वार्ता के दौरान बनी सहमति और आपसी संबंधों को नुकसान पहुंचाया।