देहरादून: बाल संरक्षण आयोग द्वारा आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी भेजे नोटिस को आप कार्यकर्ताओं ने गलत ठहराया। आयोग पहुंचे आप प्रभारी और अध्यक्ष के समर्थन में सैकड़ों आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता भी आयोग के बाहर जमा हुए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पाटभर्् अध्यक्ष और प्रभारी के भेजा नोटिस गैर जरूरी है। इस दौरान आप कार्यकर्ताओं जमकर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
आप कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। आप प्रभारी और अध्यक्ष जब बाल संरक्षण आयोग पहुंचे तो मौके पर आयोग की अध्यक्षा मौजूद नहीं थी। आप प्रभारी ने मौके पर मौजूद आयोग के लीगल कंसलटेंट को कहा, ये केस बाल आयोग के जुडिक्शन में नहीं आता जो गलत तरीके से उनको भेजा गया।
इस दौरान आप प्रभारी ने कहा कि बीजेपी ने मां गंगा के मुद्दे पर चुनाव लड़ा लेकिन पिछले चार सालों से मां गंगा के अस्तित्व पर भाजपा ने भी चुप्पी साधी है। भाजपा ने भी गंगा को स्केप चैनल के तौर पर अपमानित किया। उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी ने मां गंगा के सम्मान के लिए सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया तो बीजेपी ने राजनैतिक द्वेष की भावना से बाल आयोग द्वारा इलीगल नोटिस भेज दिया, जो आयोग के अंतर्गत नहीं आता है। आप प्रभारी ने कहा कि आज वह आयोग और कानून का सम्मान करते हुए आयोग पहुंचे तो मौके पर अध्यक्षा मौजूद नहीं थी। जिसकी वजह से उनको बिना सुनवाई के वापस जाना पड़ा।
आप प्रभारी ने कहा कि वो कानून का सम्मान करते हैं और अगला नोटिस जब आएगा तो वो फिर हाजिर होंगे। लेकिन आम आदमी पार्टी का एक एक कार्यकर्ता मां गंगा के सम्मान के लिए अपनी अंतिम सांस तक लड़ता रहेगा। वहीं बीजेपी को नसीहत देते हुए आप प्रभारी ने कहा कि मां गंगा पर जितनी सियासत बीजेपी को करनी थी उन्होंने कर दी।अब बीजेपी मां गंगा पर सियासत ना करें। इस दौरान नवीन पीरसाली, उमा सिसोदिया, रवींद्र आंनद, हिमांशु पुंडीर, त्रिलोक सजवान, विशाल चैधरी, राजू मौर्य, समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।