वर्ष 2019 में कांग्रेस के टिकट पर पौड़ी लोकसभा चुनाव हारने वाले मनीष खंडूरी ने ठीक लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को भी बाय-बाय बोल दिया। लोकसभा चुनाव को देखते हुए मनीष खंडूड़ी के इस्तीफे को लेकर कयास बाजियां शुरू हो गई हैं। वही सियासी हलकों में यह भी चर्चा आम है कि खंडूड़ी गढ़वाल लोकसभा से भाजपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।
मनीष खंडूड़ी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चन्द्र खंडूड़ी के बेटे हैं। 2019 में अपने पिता के खिलाफ जाकर मनीष खंडूड़ी ने कांग्रेस से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। मनीष खंडूड़ी को 2019 के लोकसभा चुनाव में 2043 11 वोट मिले थे। भाजपा के तीरथ सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल से सांसद चुने गए थे।
कांग्रेस में आने से पहले मनीष खंडूड़ी फेसबुक कंपनी में इंडिया हेड के रूप में कार्यरत थे। मनीष खंडूड़ी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। गढ़वाल लोकसभा सीट से खंडूड़ी के पिता और भाजपा नेता मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी पांच बार सांसद बने और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रहे।
16 अक्टूबर 1968 को गढ़वाल में जन्मे मनीष बचपन से ही पढ़ाई में उच्च विद्यार्थी थे। मनीष खंडूड़ी इंजीनियरिंग के साथ क्षेत्र में भी अपनी पकड़ रखते हैं। 2003 5 में क्लोग्स स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट से एमबीए किया। सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनसंचार के क्षेत्र में 6 वर्षों तक वाइस प्रेसिडेंट आईएमआई मोबाइल और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बिस्कवेयर डिजाइन में सेवाएं दी। मनीष खंडूड़ी पत्रकार भी रहे और 2018 में फेसबुक ज्वाइन की थी। फेसबुक में कोंग्निजेंट, टर्नर ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम्स, बिजनेस वर्ल्ड पत्रिका और बिजनेस स्टैण्डर्ड अखबार में भी काम किया।
2019 में फेसबुक की नौकरी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होकर पौड़ी से लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी लेकिन जनता ने मनीष खंडूड़ी को नकार भाजपा के प्रत्याशी को चुनाव जिताया था।
तब उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल पवन चंद्र खंडूरी ने कहा था कि मनीष को किसी भी पार्टी में जाने का अधिकार है और यह उनका अपना ही निर्णय है। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मनीष खंडूड़ी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई थी। इस प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन कमेटी में नौ लोगों को रखा गया था।
विधानसभा चुनाव में खंडूड़ी का नाम काम आने के फेर में कांग्रेस ने मनीष खंडूड़ी को यह अहम जिम्मेदारी दी थी। कांग्रेस नेता मनीष खंडूड़ी को राहुल गांधी का करीबी भी माना जाता है। मनीष खंडूड़ी की बहन और मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी की बेटी ऋतू खंडूड़ी दो बार विधायक बनने के साथ ही वर्तमान में उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष हैं। ऐसे में मनीष खंडूरी के भाजपा में जाने के अटकलें भी तेज हो गई हैं।
मनीष खंडूड़ी के पिता और बहन दोनों ही राजनीति में है और भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं लेकिन मनीष ने अपने पिता या बहन की पार्टी को ज्वाइन नहीं किया। साल 2019 में उन्होंने फेसबुक कंपनी को छोड़ने का फैसला लिया और कांग्रेस ज्वाइन कर ली। तब उनका कहना था कि वह बेरोजगारी शिक्षा जैसे मुद्दे पर काम करना चाहते हैं। उनकी विचारधारा कांग्रेस के सबसे करीब है और वह कभी बीजेपी का हिस्सा नहीं थे।