नेशनल इनोवेशन डे: पेटेंट के क्षेत्र में हमें लंबी छलांग लगानी होगीः डाॅ. निशंक

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नई दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति, प्रख्यात वैज्ञानिक और मिसाइलमैन के नाम से प्रसिद्ध डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम की 89वीं पुण्य तिथि देश में राष्ट्रीय नवाचार दिवस (नेशनल इनोवेशन डे) के रूप में मनायी गयी। इस उपलक्ष्य मंे आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने आविष्कारों का पेटेंट करना होगा और हमें पेटेंट के क्षेत्र में लंबी छलांग लगानी होगी।

‘कपिला’ का लोकार्पण
कार्यक्रम में ’कपिला’ (बौद्धिक संपदा, साक्षरता एवं जागरूकता अभियान के लिए कलाम का कार्यकम) का वर्चुअल लोकार्पण करते हुए डाॅ. निशंक ने कहा कि भारत ज्ञान के क्षेत्र में पूरे विश्व में अग्रणी रहा है। हमारे यहां तक्षशिला और नालंदा जैसे महान विश्वविद्यालय ज्ञान के केंद्र के रूप में विद्यमान थे। हमारे पास बौद्धिक खजाना भरा पड़ा है। हमारे यहां ज्ञानियों और विद्वानों की कमी नहीं है। भारत को पेटेंट के क्षेत्र में नेतृत्व करते हुए पुनः विश्वगुरु बनना होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय नवाचार दिवस आत्मनिर्भर भारत के लिए श्रेष्ठ पहल है। इस कार्यक्रम के तहत उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र के विद्यार्थी पेटेंट के लिए आवेदन करने के बारे में समुचित जानकारी हासिल कर पाएंगे और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो पाएंगे।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ. निशंक ने कहा कि हमें देश को समृद्ध, विकसित और खुशहाल बनाने के लिए मिशन मोड में काम करना होगा। उन्होंने देश के युवाओं का आह्वा किया कि वे अपने आविष्कारों के साथ आगे आएं। उन्होंने कहा कि हम अपने देश के संस्थानों और काॅलेजों के विद्यार्थियों को पेटेंट कराने के लिए अधिक से अधिक संख्या में आगे आने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थी देश में रहकर ही अध्ययन करें।

बौद्धिक संपदा साक्षरता सप्ताह शुरू
इस मौके पर इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन काउंसिल 2.0 की वार्षिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई और 3.0 की घोषणा की गई। इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन काउंसिल 3.0 की वेबसाइट का विमोचन भी किया गया। इस मौके पर निर्णय लिया गया कि 15 से 23 अक्टूबर तक बौद्धिक संपदा साक्षरता सप्ताह मनाया जाएगा।केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने इस मौके पर कहा कि इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन काउंसिल की स्थापना 2018 में शिक्षा मंत्रालय ने की थी। अभी तक यह काउंसिल 1700 उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना कर चुकी है। यह इंस्टीट्यूशनल इनोवेशन काउंसिल 3.0 के तहत 5000 संस्थानों की स्थापना करेगी।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव उच्चतर शिक्षा अमित खरे ने कहा कि यह अभियान पेटेंट करने वाले विद्यार्थियों के लिए कारगर साबित होगा। ट्रेडमार्क, डिजाइन और पेटेंट के कंट्रोलर जनरल ओपी गुप्ता ने कहा कि हमारे देश को पेटेंट का लाभ तभी मिल सकता है, जब यहां के शोधकर्ता और आविष्कारक पेटेंट के समुचित सिस्टम के प्रति जागरूक हों।इस मौके पर अखिल भारतीय तकनीकी परिषद के चेयरमैन प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे तथा वाइसचेयरमैन डाॅ. एमपी पूनिया भी उपस्थित रहे।

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