मुसीबतः ग्रामीणों ने बीमार बुजुर्ग महिला को डंडी से पहुंचाया अस्पताल, सड़क न बनने पर जताया रोष

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रूद्रप्रयागः कहने को तो सूबे में डबल इंजन की सरकार है लेकिन हालात बता रहे हैं कि सरकार दोनों इंजन ही फेल है। सरकार विकास के सैकड़ों दावे करती है पर हकीकत कुछ और ही बयां करती है। खबर रूद्रप्रयाग जनपद की है जहां सड़क न होने के चलते ग्रामीणों ने बुजुर्ग बीमार महिला को डंडी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया। बिडम्बना देखिए कि गांव के लिए सड़क स्वीकृत सड़क का शिलान्यस भी हो चुका है लेकिन सिस्टम के नकारेपन का सजा आम ग्रामीण भुगत रहे हैं।

बच्छणस्यूं क्षेत्र की ग्राम पंचायत बंगोली और निषणी को जोड़ने के लिए खांकरा-भूमरागढ़-पौड़ीखाल मोटरमार्ग स्वीकृत हो चुका है। इसका बकायदा शिलान्यास भी कर दिया गया है। लेकिन नकारा अफसरशाही के चलते आज तक इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। स्थिति यह है कि मोटरमार्ग न होने से बीमार लोगों को ग्रामीणों द्वारा डंडी में बिठाकर अस्पताल पहुँचाया जा रहा है। बच्छणस्यूं क्षेत्र के ग्राम पंचायत बंगोली निवासी बुजुर्ग महिला की तबियत बिगड़ने पर महिला को डंडी में बिठाकर अस्पताल पहुँचाया गया। जब भी गांवों में लोग बीमार होते हैं, इन्हें चारपाई और डंडी में अस्पताल पहुँचाया जाता है।

भूमरागढ़-पौड़ीखाल सड़क की पुनरीक्षित स्वीकृति फरवरी 2021 में मिल गई थी। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि तकनीकी स्वीकृति अभी तक नहीं मिली है। जबकि लोक निर्माण विभाग ने 25 जून 2021 से सड़क का निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही थी। इस सड़क से बंगोली और निसनी ग्राम पंचायत के करीब दस गांवों को लाभान्वित होना है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता इंद्रजीत बोस का कहना है कि तकनीकी स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि स्थानीय विधायक द्वारा भूमरागढ़-पौडीखाल सड़क का शिलान्यास करने के बावजूद अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। स्थानीय लोग विभागीय अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से वार्ता करते-करते तक चुके हैं। अब ग्रामीण थक-हार चुके हैं। जल्द मोटरमार्ग का निर्माण शुरू न हुआ तो ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेंगे।

सामाजिक कार्यकर्ता राजपाल चौधरी ने कहा कि वह लंबे समय से सड़क निर्माण के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, डीएम और विभागीय अधिकारियों से पत्राचार कर रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी जानबूझकर काम लटका रहे हैं। प्रधान बंगोली बीरेंद्र लाल, प्रधान निषणी इंदु देवी, सामाजिक कार्यकर्ता, दीनदयाल रौथाण, दरमान सिंह, पुष्कर सिंह, मोहन सिंह, भरत सिंह, राजेन्द्र सिंह, विक्रम सिंह, भगवान सिंह, सुरेश कलम सिंह का कहना है कि ग्रामीणों को तीन से चार किमी पैदल चलना पड़ रहा है। सड़क से सुनाऊ, मरगांव, कनेथ, पन धारा, चांयु, ढींगरी, धामनी, कफनखील सहित अन्य गांवों को लाभ मिलेगा। इन सभी गांवों के लोग सड़क के लिए आंदोलन के लिए तैयार हैं।

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