Adipurush पर भड़के हरिद्वार के संत, दे डाली चेतावनी

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हरिद्वार के संत समाज ने फिल्म आदिपुरुष के प्रसारण पर रोक नहीं लगने पर हरकी पैड़ी पर धरना देकर आंदोलन की चेतावनी दी है। श्री गरीबदासीय आश्रम में संत समाज की बैठक के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि आदिपुरुष में सनातन हिंदू संस्कृति पर जिस प्रकार कुठाराघात किया गया है। वह सहन करने योग्य नहीं है।

स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन पर आधारित फिल्म आदिपुरुष में निर्माता निर्देशक ने तमाम मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए भावनाओं को आहत करने का काम किया है। फिल्म में सी ग्रेड के संवाद रखकर हिंदू धर्म का उपहास उड़ाया गया है।

स्वामी अमृतानंद ने कहा कि श्रीराम व माता सीता करोड़ों हिंदुओं के आराध्य हैं। बैठक में महंत गंगादास, महंत सूरजदास, महंत श्याम प्रकाश, स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी अमृतानंद, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी लाल बाबा, स्वामी अनंतानंद, महंत परमेश्वर मुनि, स्वामी कृष्णानंद, महंत विष्णुदास, महंत रघुवीर दास आदि मौजूद रहे।

हरिद्वार जिले में आदिपुरुष के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग
वहीं अखिल भारतीय सनातन परिषद ने हरिद्वार जिले में फिल्म आदिपुरुष के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। एक प्रतिनिधिमंडल ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है। इससे पूर्व निरंजनी अखाड़ा स्थित परिषद के केंद्रीय कार्यालय में साधु-संतों की बैठक में भी फिल्म की निंदा करते हुए रोक लगाने की मांग की गई। उग्र विरोध की चेतावनी भी दी गई।

बैठक के बाद अखिल भारतीय सनातन परिषद युवा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देने कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। परिषद के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता महामंडलेश्वर स्वामी महेशानंद गिरि ने कहा कि आदिपुरुष तीर्थनगरी हरिद्वार की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म है। इसलिए पूरे हरिद्वार जनपद में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाए।

उग्र विरोध करेंगे
परिषद के संरक्षक महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि ने कहा कि फिल्म में भगवान श्रीराम, श्री हनुमान, श्री लक्ष्मण और माता सीता के किरदारों को गलत ढंग से दर्शाया गया है। रामानंद सागर के महाभारत सीरियल में हमारे आराध्यों को बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया था, लेकिन आदिपुरुष फिल्म में ऐसे दृश्य फिल्माए गए तो भारतीय संस्कृति के साथ ही करोड़ों हिंदुओं को आस्था पर कुठाराघात है। राष्ट्रीय प्रचार सचिव स्वामी सतीश वन ने कहा कि सेंसर बोर्ड को भी ऐसी फिल्मों की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

चेतावनी देते हुए कहा कि अविलम्ब हरिद्वार जनपद के सभी मॉल और सिनेमाघरों से आदिपुरुष फिल्म हटवाई जाए, नहीं तो अखिल भारतीय सनातन परिषद से जुड़े कार्यकर्ता इसका उग्र विरोध करेंगे। युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने कहा कि सेंसर बोर्ड को तत्काल प्रभाव से आदिपुरुष पर बैन लगाना चाहिए।

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