देहरादूनः उत्तराखंड की सियासत में इन दिनों ‘आप’ का शोर है। देहरादून और दिल्ली के दरमियान संदेशो से सियासत के समीकरण टटोले जा रहे हैं। दिल्ली में झाडू लगाने के बाद पहाड़ में भी इसके अवसर तलाशे जा रहे हैं। बकायदा इसके लिए प्रोफेसनल्स की मदद ली जा रही है। लोगों के मन और दिल टटोले जा रहे है। इस बीच सर्वे, सियासी आंकलन और सियासी चेहरों की तलाश चल रही है। इन सबके बीच ‘आप’ ने दावा किया है कि सूबे में ‘आप’ का कुनबा बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। लोग भाजपा और कांग्रेस की बजाय ‘आप’ को तरजीह दे रहे हैं।
आम आदमी पार्टी से उत्तराखंड प्रदेश पर्यवेक्षक श्री पंकज पैन्यूली का कहना है कि हाल पार्टी सर्वे के अनुसार 2022 विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी की हवा बन चुकी है। सर्वे मे 63 फीसदी लोग पार्टी के समर्थन में हैं। यानी लोगों का रूख आप के पक्ष में हैं। वे कहते हैं कि भाजपा और कांग्रेस की नीति जगजाहिर है कि दोनों पार्टी बारी बारी से राज करने में मस्त हैं।
राज्य में कोई ठोस राजनीतिक विकल्प न होने पर पैन्यूली कहते हैं कि जब जनता के पास कोई च्वाइस न हो तो वह मजबूरी में उन्हीं पार्टियों पर दांव खेलती रहती है। उत्तराखंड में भी यही हाल हैं, भाजपा और कांग्रेस बारी बारी से राज कर जनता के आंखो मे धूल झोंकती रहती है। इसकी का नतीजा है कि राज्य के मूल मुद्दो हमेशा हाशिये पर रहे। सरकार मनमाने फैसले लेती और जनता कर्ज के बोझ में पिसती रहती है। यही हाल पिछले 20 सालों से उत्तराखंड का है।
दिल्ली का उदाहरण देते हुए वह कहते हैं कि केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में भारी परिवर्तन हुआ। अब वह विकास के लिए परिवर्तन उत्तराखंड में देखना चाहते है।। वह कहते हैं कि केजरीवाल ने उत्तराखंड में आम आदमी के बीच जाने का मन बना दिया है। उनके फैसले के बाद राज्य में एक मजबूत और आम लोगों के हितों के लिए काम करने की सरकार का सपना देखा जाने लगा है। प्रदेश के लोग भी ‘आप’ के उत्तराख्ंाड में आने से उत्साहित हैं और कई लोग आप का समर्थन कर रहे हैं।
वह बताते हैं ‘आप’ का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है। राज्य के हर क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है। वह कहते हैं कि अगर यह सिलसिला बढ़ता जायेगा तो आप राज्य में बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेगी। पैन्यूली कहते हैं कि पूत के पांव पालने में दिखाई देते हैं यह कहावत आम आदमी पार्टी पर सटीक बैठती है। पार्टी दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में शिक्षा, स्वास्थ के क्षेत्र मे क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तत्पर है साथ ही पलायन जैसे मुद्दे के लिए विशेष कार्य योजना बना कर इससे राज्य को छुटकारा दिलायेगी। पहाड़ी इलाको के लिये योजना बनाकर उसपर काम किया जायेगा।