देहरादूनः कांग्रेस के खांटी नेता हरीश रावत सरकार के खिलाफ मुखर होते नजर आ रहे हैं। कोरोना काल में सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना करने वाले रावत अब गन्ना किसानों की पैरवी में उतर आये हैं। फेसबुक के जरिये किसानों की हक की बात करते हुए पूर्व सीएम ने कहा है कि किसानों का यदि गन्ने के मूल्य का सरकार ने भुगतान नहीं किया तो वह 9 सितम्बर को काशीपुर में गन्ना आयुक्त कार्यालय पर धरने देंगे। अपको बता दें कि काशीपुर में किसानों का गन्ना भुगतान पिछले कई सालों से लंबित है। मिल बंद होने के बाद से किसानों का लाखों का भुगतान फंसा हुआ है।
गन्ना किसानों की सुनी समस्या
पूर्व सीएम हरीश रावत न सिर्फ जमीनी तौर पर लगातार विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं बल्कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रोजाना वेबीनार के जरिये किसानों, युवाओं, व्यपारियों और विभिन्न समाजिक संगठनों से वार्ता कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने ऊधमसिंह नगर के विभिन्न गन्ना किसानों की समस्याएं सुनीं। वेबीनार के बाद उन्होंने अपने फेसबुक पेज के जरिये कहा कि कोरोना का समय है, लोग जुटेंगे ही।
हरीश का फेसबुक संदेश
हरीश रावत ने अपने संदेश में कहा कि उन्होंने किसान कांग्रेस के अध्यक्ष से प्रार्थना की है कि वो सितारगंज, बाजपुर और किच्छा में भी उसी दिन 12 से 4 बजे तक चीनी मिलों पर धरना देकर किसानों के बकाए का जो 40 प्रतिशत के करीब है, उस मसले को उठाएं और मैं भी काशीपुर में जसपुर के 25-30 साथियों के साथ ही गन्ना आयुक्त के कार्यालय पर धरने पर बैठूंगा, ताकि कोरोनाजन्य कर्तव्य का भी हम पालन कर सकें और साथ-साथ जो किसानों के प्रति जो हमारा दायित्व है उसको भी पूरा कर सकें। मुझे विश्वास है कि मेरे साथी, मेरी भावना को समझकर ही कदम उठाएंगे।