देहरादूनः क्लेमेनटाउन कैंट में अब आवास बनाने के अपको अपनी जेब ढीली करनी होगी। दरअसल कैंट बोर्ड में नक्शा पास करने के लिए फीस ज्यादा भरनी पडेगी। इसके लिए छावनी परिषद ने डेवलपमेंट चार्ज में वृद्धि कर दी है। अब कैंट क्षेत्र में न केवल व्यावसायिक बल्कि आवासीय मानचित्र पास करने के लिए अतिरिक्त डेवलपमेंट चार्ज देना होगा।
बोर्ड नेें लिया फैसला
क्लेमनटाउन कैंट बोर्ड की सोमवार को बैठक आयोजित हुई। बैठक में बोर्ड के अध्यक्ष ब्रिगेडियर रवि डिमरी ने नवमनोनित सदस्य इंजीनियर निशांत श्रीवास्तव को शपथ दिलाई। इसके साथ ही सचिव अभिषेक राठौर ने भविष्य में स्वीकृत होने वाले भवन मानचित्रों पर विकास शुल्क की वृद्धि का प्रस्ताव बोर्ड के समक्ष रखा, जिसे बोर्ड ने मंजूरी दी।
ये है नया डेवलपमेंट चार्ज
श्रेणी-तब-अब
ग्रामीण-10-15
शहरी-18-20
व्यावसायिक-220-250
(नोटः शुल्क प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से)
हॉस्टल निर्माण पर आपत्ति
कैंट क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में व्यावसायिक निर्माण को लेकर विरोध हो रहा है। कैंट क्षेत्र में धड़ाधड़ खुल रहे हॉस्टल से स्थानीय लोग परेशान है। लोगों का कहना है कि हॉस्टल बनाने की इजाजत केवल मुख्य मार्गों पर दी जाए। बैठक में एक बहुमंजिला हॉस्टल का मानचित्र स्वीकृति के लिए रखा गया। जिस पर उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी ने कड़ी आपत्ति दर्ज की। उन्होंने कहा कि आवासीय क्षेत्रों में संचालित हॉस्टलों से जनता त्रस्त है। हर रोज यहां हुड़दंग होता है।
उन्होंने अध्यक्ष से मानचित्र रद करने की मांग की। वहीं इस दौरान वार्ड-4 के सभासद रामकिशन यादव ने भी कंडारी का समर्थन किया। लेकिन अन्य सभी सभासदों ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधी। जिस कारण अध्यक्ष ने उक्त हॉस्टल के मानचित्र को कुछ शर्तों के साथ स्वीकृति प्रदान की। वहीं हाॅस्टल स्वीकृति की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने विधायक, बोर्ड अध्यक्ष व मुख्य अधिशासी अधिकारी के समक्ष अपना विरोध जताया और उन्हें ज्ञापन सौंप।