सूबे में गर्मी बढ़ने के साथ बिजली की खपत भी बढ़ी हुई है। इसके साथ ही बिजली की मांग भी बढ़ गई है। फिलहाल यूपीसीएल को राज्य व केंद्र की निर्धारित पूल की बिजली के अलावा गैर आवंटित कोटे से भी करीब 300 मेगावाट बिजली मिल रही है। लेकिन चढ़ता पारा पसीना छुटाने लगा है। जिसकी वजह से एक ही दिन में यूपीसीएल ने बिजली की मांग करीब 4.7 करोड़ यूनिट आंकी है। अगर ऐसा ही रहा तो सप्ताहभर में बिजली की मांग पांच करोड़ यूनिट रोजाना के करीब पहुंच जाएगी।
इसके अलावा लगातार बाजार से बिजली खरीद के बीच मांग बढ़ने पर कुछ जगहों पर बिजली कटौती हो सकती है। हालांकि, यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों में बिजली कटौती की संभावनाएं अपेक्षाकृत कम हैं, लेकिन अगर मांग अधिक हो जाएगी और बाजार से बिजली खरीद की दिक्कत हुई तो कुछ जगहों पर कटौती की जा सकती है।