उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। सभी दल चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। हर कोई जनता से वोट के लिए जनसपंर्क कर रहा है। इस बीच उत्तराखंड में तीन ऐसे कैंडिडेट भी हैं जो इस लोकसभा चुनाव में खुद को वोट नहीं कर पाएंगे।
दरअसल, उत्तराखंड लोकसभा चुनाव में खड़े प्रदेश के तीन उम्मीदवार अपने आपको खुद वोट नहीं कर पाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि वे जिस जगह से चुनाव लड़ रहे हैं वो उनका क्षेत्र नहीं है। इन नेताओं को वोट डालने के लिए अपने क्षेत्र में आना होगा। ये कैंडिडेट अपने क्षेत्र से चुनावी दंगल में खड़े प्रत्याशियों को वोट कर सकेंगे।
इस लिस्ट में भाजपा के तीन कैंडिडेट शामिल हैं, जिसमें टिहरी लोकसभा से माला राज्य लक्ष्मी शाह, हरिद्वार से त्रिवेंद्र सिंह रावत, नैनीताल लोकसभा कैंडिडेट अजय भट्ट खुद को वोट नहीं दे पाएंगे। त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार लोकसभा सीट से उम्मीदवार है। उनका वोट देहरादून की रायपुर विधानसभा के डिफेंस कॉलोनी में है। यह विधानसभा हरिद्वार लोकसभा में नहीं पड़ती है। जिसके कारण वे खुद को वोट नहीं दे सकते।
इसी तरह से टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद और मौजूदा उम्मीदवार माला राज्य लक्ष्मी भी अपनी लोकसभा में मतदान नहीं कर पाएंगी। वह टिहरी जनपद के अंतर्गत आने वाले नरेंद्र नगर की निवासी हैं। उनका वोट भी नरेंद्र नगर में ही है। नरेंद्र नगर विधानसभा गढ़वाल लोकसभा सीट में आती है, जिसके कारण माला राज्य लक्ष्मी शाह भी खुद को वोट नहीं डाल पाएंगी।
नैनीताल लोकसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट अजय भट्ट का भी कुछ यही हाल है। अजय भट्ट नैनीताल उधम सिंह नगर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। वह भी अपनी लोकसभा सीट पर मतदान नहीं कर पाएंगे। उनका वोट रानीखेत विधानसभा के तहत आता है।रानीखेत विधानसभा अल्मोड़ा लोकसभा सीट का हिस्सा है। जिस वजह से वह खुद को वोट नहीं कर सकते।