आज सावन महीने का पहला सोमवार है। सावन का महीना और इसमें पड़ने वाले हर एक सोमवार का विशेष महत्व होता है। सावन के महीने में सोमवार का व्रत रखना और शिवजी की विशेष पूजा और अभिषेक करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है। इस बार सावन के महीने में कुल 8 सोमवार व्रत रखे जाएंगे। सावन का यह महीना 31 अगस्त तक रहेगा।
बम-बम भोले के जयकारों से गुंजे शिवालय
सावन माह के पहले दिन उत्तराखंड के शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों का तांता लगा हुआ है। तड़के से शिवालय में हजारों शिवभक्त लंबी कतार में लगे हैं। वहीं भोर से ही देहरादून सहित उत्तराखंड के मंदिरों में भोले के भक्तों की लाइन लगी रही। वहीं देहरादून के टपकेश्वर मंदिर के दरवाजे तड़के साढ़े चार बजे से भक्तों के लिए खोल दिए गए। देवभूमि में बम-बम भोले के जयकारों के साथ भक्त भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं।
दक्षेश्वर प्रजापति महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता
कुछ ऐसा ही धर्मनगरी हरिद्वार में भी देखने को मिला। जहां सावन के पहले सोमवार को भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए हरिद्वार कनखल स्थित दक्षेश्वर प्रजापति महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का सुबह से तांता लगा रहा।
सोमवार शिव भक्तों के लिए सबसे खास
सावन का पहला सोमवार शिव भक्तों के लिए सबसे खास माना जाता है। लोग इस दिन भगवान शिव
की उपासना के लिए व्रत रखते हैं। साथ ही विधि विधान से पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना करते हैं। भगवान शिव को समर्पित सावन के महीने में जप, तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है। और सावन में सोमवार का विशेष महत्व होता है। सोमवार चन्द्र ग्रह का दिन होता है और चन्द्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं। इसलिए इस दिन पूजा करने से न केवल चन्द्रमा, बल्कि भगवान शिव की कृपा भी मिल जाती है। सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करने से तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।