देहरादूनः रणभूमि में अदम्य साहस दिखाने वाले प्रथम विक्टोरिया क्रास विजेता दरबान सिंह नेगी को उनकी 70वीं पुण्यतिथि पर याद किया गया। उनके साहस और शौर्य को सलाम करते हुए उन्हें श्रद्धाजलि दी गई। विक्टोरिया क्रास से नवाजे गये दरबान सिंह को प्रदेश भर में जगह-जगह याद किया गया। इस दौरान उनके चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया। राजधानी देहरादून में भी पूर्व सैनिक कल्याण संगठन ने नथुआवाला में उन्हें श्रद्धाजलि दी।
श्रद्धाजलि सभा के दौरान हाल में भारत-चीन सीमा पर चल रही तानातानी के बीच शहीद हुए 20 सैनिकों को याद कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान शहीद रणबांकुरों के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया। वहीं श्रद्धाजलि सभा में कोरोना महामारी में डटे कोरोना वॉरियर्स जिसमें डॉक्टर, पुलिस व अन्य समाजसेवी शामिल है उन्हें भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद अदा किया।
देहरादून में सैनिक संगठनों के मध्य से प्रथम बार आयोजित इस कार्यक्रम का संचालक डॉ ताजबर सिंह पडियार ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने विक्टोरिया क्रास विजेता दरबान सिंह नेगी के जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं पूर्व सैनिक कल्याण संगठन समिति ने इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम निरंतर किये जाय।
देहरादून में इस कार्यक्रम का आयोजन विक्टोरिया क्रॉस दरबान सिंह नेगी समिति के कल्याण सिंह रावत (मैती संस्था), डाॅ0 ताजबर सिंह पडियार, वीरेंद्र सिंह कुंवर, नंदकिशोर हटवाल, रमाकांत बेंजवाल के मार्गदर्शन में किया गया। बीसी साहब के जीवन परिचय से अधिक से अधिक लोग परिचित हो इसके लिए समिति के कल्याण सिंह रावत तथा डॉ राजबर सिंह पडियार ने पूर्व सैनिकों तथा अन्य आगंतुकों को बीसी साहब के शताब्दी समारोह पर प्रकाशित स्मारिका सप्रेम भेंट की गई।
इस अवसर पर पूर्व सैनिक संगठन समिति के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद जखखमोला आरनरी कैप्टन, श्री शांति प्रसाद तिवारी, पूर्व सैनिक सूरज मणि काला संरक्षक, हरेन्द्र सिह रावत, विजेंद्र सिंह सकलानी, सतीश चंद्र धस्माना, भरत सिंह भंडारी, मातबर सिंह रावत, राजकीय शिक्षक संघ के जनपदीय मंत्री नागेंद्र पुरोहित, राजकीय शिक्षक संघ के मंडलीय उपाध्यक्ष बृजेश पंवार, शिक्षक योगेंद्र सिंह नेगी, राकेश कुमार टम्टा, और डाॅ राजबर सिंह पडियार आदि लोगों ने कार्यक्रम में शामिल होकर बी.सी. दरबान सिंह नेगी को श्रद्धांजलि अर्पित की।