देहरादून : भर्ती घोटालों को लेकर युवा लगातार आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन, सरकार के इशारे पर पुलिस लगातार आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। पहले देर रात को आंदोलन स्थल पर पहुंचकर पुलिस ने आंदोलन को समाप्त कराने का प्रयास किया। युवाओं, महिलाओं और लड़कियों के साथ बदसलूकी की गई। आज उसके विरोध में युवा सड़कों पर उतरे।
भर्ती घोटालों को लेकर राजधानी देहरादून में भारी संख्या में पहुंचे युवाओं ने जमकर हंगामा किया। गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन कर रहे युवाओं का आक्रोश कुछ ही देर में राजधानी की सड़कों पर दिखने लगा। सड़कें जाम हुई तो जिलाधिकारी युवाओं को समझाने पहुंची, लेकिन युवाओं ने एक न सुनी। इस बीच पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया, जिससे मामला पूरी तरह से बिगड़ गया। सवाल यह है कि आखिर पुलिस ने किस अधिकारी और मंत्री के कहने पर लाठी चार्ज किया।
बिगड़ते हालात के बीच अब सीएम पुष्कर सिंह धामी का बयान सामने आया है। सीएम ने युवाओं को आश्वस्त किया कि उनके भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। कहा कि हमने घोटाला किया न दबाया है। उन्होंने युवाओं से किसी के बहकावे न आने की अपील की। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि युवाओं के हितों की रक्षा करना सबसे पहला दायित्व है। नकल रोकने के लिए कानून बनाया जाएगा।
सवाल यह भी है कि क्या सरकार को पता नहीं था कि पुलिस ने देर रात युवाओं, महिलाओं और लड़कियों के साथ बदसलूकी की है। फिर सरकार ने क्यों पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों पर एक्शन नहीं लिया। क्या युवा लाठी खाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए युवाओं के आंदोलन को कुचलना चाहती है। लोग इस तरह के सवाल उठा रहे हैं। विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है।