भीषण गर्मी के दौरान पानी का संकट न हो, इसके लिए आगामी एक अप्रैल से तीन माह तक नए व्यावसायिक कनेक्शन देने पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। दरअसल, भीषण गर्मी के दौरान आगामी कुछ माह में पेयजल संकट से निपटने के लिए जल संस्थान तैयारी में जुटा है। क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों को दुरुस्त करने के साथ ही जल स्रोतों की मरम्मत भी की जा रही है।
जुलाई से दिए जाएंगे व्यवसायिक कनेक्शन
मानसून की दस्तक के बाद पेयजल आपूर्ति सामान्य होने के बाद ही जुलाई से व्यवसायिक कनेक्शन दिए जाएंगे। ऐसे में अगले तीन माह शहरी क्षेत्रों में भवन निर्माण की योजना बना रहे व्यक्तियों को परेशानी हो सकती है। उन्हें अब वर्षाकाल तक का इंतजार करना होगा। जल संस्थान की ओर से घरेलू कनेक्शन तो वर्षभर प्रदान किए जाते हैं, लेकिन गर्मियों में तीन माह के लिए व्यावसायिक कनेक्शन पर रोक लगा दी जाती है।
जल संस्थान की मुख्य महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग ने कहा कि हर वर्ष एक अप्रैल से पानी की दरों में नौ से 15 प्रतिशत तक की श्रेणीवार वृद्धि की जाती है। साथ ही तीन माह के लिए व्यावसायिक कनेक्शन देने पर रोक लगा दी जाती है। पानी की दरों में वृद्धि का शासनादेश वर्ष 2013 में किया गया था, जिसके बाद से प्रतिवर्ष यह स्वत: लागू होता है।
बिल नहीं किया जमा तो कटेगा कनेक्शन
वित्तीय वर्ष 2022-23 समाप्त होने में अब चंद रोज का ही समय बचा है और जल संस्थान की ओर से राजस्व वसूली तेज कर दी गई है। विलंब शुल्क माफ कर जल संस्थान पिछले डेढ़ माह से उपभोक्ताओं को बिल का भुगतान करने के लिए प्रेरित कर रहा है। इससे बिल जमा करने में तेजी आई है, पर अब भी जिले के विभिन्न जोन में करोड़ों रुपये का बकाया है। इसे कम करने के लिए मार्च के अंतिम 10 दिन में अभियान चलाकर वसूली में तेजी लाने की तैयारी है। साथ ही उपभोक्ताओं को आनलाइन भुगतान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कार्यालय में बिलिंग काउंटर का समय बढ़ाने के साथ ही दून के झंडा बाजार, रेसकोर्स, चुक्खूवाला, बंजारावाला, आराघर, दिलाराम आदि क्षेत्रों में शिविर लगाकर बिलों की वसूली की जा रही है। 31 मार्च तक बिल जमा न करने पर कनेक्शन काटने की कार्रवाई भी की जा सकती है।