उत्तराखंड के आसमान में बदलों ने अपना डेरा जमा दिया है। इसके साथ ही मानसून ने प्रदेश में दस्तक दे दी है। सूबे में बारिश का मौसम बनने से लगातार वर्षा होने लगी है। इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक ने बताया कि मानसून आने के बाद राज्य में अब तक औसत से एक फीसदी कम बारिश हुई है लेकिन लगातार मानसून रफ़्तार पकड रहा है , ऐसे में अगस्त-सितम्बर के दौरान सूबे में खूब बारिश होने की संभावना है।
देहरादूनः उत्तराखंड में मॉनसून धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मुताबिक अगस्त, सितंबर में मॉनसून गति तेज हो जायेगी और झमाझम बारिश होगी। उत्तराखंड में जून से अब तक 262.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य (264.3 मिलीमीटर) से 1 फसदी कम है। इस बार मॉनसून की दस्तक के बाद बागेश्वर जनपद में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। बागेश्वर में अब तक 554.0 मिलीमीटर बादल बरस चुके हैं। इसके अलावा पिथौरागढ़ में भी 464.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से 20 प्रतिशत ज्यादा है।
कमाऊं में भारी बारिश
मॉनसून के शुरुआती दौर में गढ़वाल मंडल के मुकाबले कुमाऊं मंडल में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। अभी तक उत्तरकाशी में सबसे कम बारिश हुई है। उत्तरकाशी में जून माह से लेकर अभी तक 131.3 मिलीमीटर बारिश रिकाॅड की गई है। जो सामान्य से 56 फीसदी कम है। इसके अलावा गढ़वाल मंडल में अब तक सबसे अच्छी बारिश रुद्रप्रयाग जिले में हुई है। रुद्रप्रयाग में अभी तक 301.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक प्रदेश में मॉनसून की शुरुआत कुछ धीमी रही है। लेकिन हर दिन मॉनसून रफ्तार पकड रहा है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि इस साल प्रदेश में पिछले साल की तुलना में बेहतर बारिश रिकॉर्ड की जाएगी।