प्रदेश के ज्यादातर जिलों के तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। जिसके चलते अब पहाड़ से लेकर मैदान तक लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के पर्वतीय इलाकों में अधिकतम तापमान में आठ से 10 डिग्री की बढ़ोतरी की संभावना है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में भी गर्मी देखने को मिलेगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अप्रैल में पड़ने वाली गर्मी का एहसास फरवरी में ही होगी।
एवलांच का लेकर अलर्ट
तापमान बढ़ने से उत्तराखंड के हिमालयी जिलों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पर्वतीय इलाकों में खासकर दो हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के चलते न सिर्फ ग्लेशियर तेजी से पिघलेंगे, बल्कि ग्लेशियरों के टूटने और हिमस्खलन की भी पूरी संभावना है। इससे नदियों का जल स्तर भी तेजी से बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने पांच जिलों के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी करते हुए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। हर स्तिथि के मद्देनज़र अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है। उत्तरकाशी,चमोली,रुद्रप्रयाग,बागेश्वर और पिथौरागढ़ के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। इसके साथ ही नदियों का जलस्तर भी बढ़ने की संभावना है जिसको देखते हुए प्रमुख नदियों के जलस्तर की अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है।